कहा जाता है कि 100 में एक ही खिलाड़ी ऐसे होते हैं, जो इस खेल की तैयारी कर पाते हैं. इस खेल की तैयारी करने में इतनी ऊर्जा और मेहनत लगती है कि ठंड के मौसम में भी अभ्यास करने से पसीना इतना निकलता है कि कपड़े भीग जाते हैं.
ठंड में भी ये खेल छुड़ा देता है पसीना, सभी खिलाड़ी क्यों नहीं कर पाते तैयारी?
कहा जाता है कि 100 में एक ही खिलाड़ी ऐसे होते हैं, जो इस खेल की तैयारी कर पाते हैं. इस खेल की तैयारी करने में इतनी ऊर्जा और मेहनत लगती है कि ठंड के मौसम में भी अभ्यास करने से पसीना इतना निकलता है कि कपड़े भीग जाते हैं.