जब हैदराबाद की टीम के विकेट गिर रहे थे तो फ्रेंचाइजी ओनर काव्या मारन के चेहरे पर निराशा देखी जा सकती थी. हर एक गिरते विकेट के साथ वो और ज्यादा निराश होती चली गई. वो इस कदर उदास हो गई कि मैच तक पूरा नहीं देखा और अपनी जगह छोड़कर चली गईं. मैच खत्म होने के बाद उन्होंने ड्रेसिंग रूम में जाकर सारे खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनको निराश ना होकर अपने टूर्नामेंट के दिखाए खेल पर गर्व करने कहा.